| 1. | पर्वतीय मार्गो का पृष्ठांकन भी उक्त अनुज्ञप्ति पत्र में किया गया है।
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| 2. | क्या वाहन चालक उक्त वाहन को वैध और प्रभावी अनुज्ञप्ति पत्र के साथ नहीं चला रहा था?
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| 3. | इस तरीके से उक्त अनुज्ञप्ति पत्र दिनांक 4. 11.2004 से पॉच साल की अवधि से पुराना अनुज्ञप्ति पत्र है।
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| 4. | इस तरीके से उक्त अनुज्ञप्ति पत्र दिनांक 4. 11.2004 से पॉच साल की अवधि से पुराना अनुज्ञप्ति पत्र है।
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| 5. | उक्त परमिट में पॉच साल के अनुज्ञप्ति पत्र धारक को ही वाहन चलाने के लिये अधिकृत किया गया है।
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| 6. | दुर्घटना की तिथि को वाहन चालक के पास वाहन चलाने का कोई भी वैध एवं प्रभावी चालन अनुज्ञप्ति पत्र नहीं था।
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| 7. | इस प्रकार दुर्घटना के समय प्रश्नगत वाहन के वाहन चालक के पास वैध और प्रभावी अनुज्ञप्ति पत्र उपलब्ध होना सिद्ध नहीं होता है।
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| 8. | उक्त अनुज्ञप्ति पत्र स्व0 दीप चन्द्र भट्ट को दिनांक 4. 11.2004 को जारी हुआ है जो दिनांक 4.11.2004 से दिनांक 3.11.2024 तक वैध है।
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| 9. | इस प्रकार दस्तावेजी साक्ष्य के आधार पर दुर्घटना के दिन प्रश्नगत वाहन के वाहन चालक के पास वैध और प्रभावी अनुज्ञप्ति पत्र होना सिद्ध होता है।
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| 10. | वाद बिन्दु संख्या-2 इस बाबत है कि क्या घटना के समय वाहन चालक उक्त वाहन को वैध और प्रभावी अनुज्ञप्ति पत्र के साथ नहीं चला रहा था?
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